प्रतापगढ़।जयराम पाण्डेय जी के निज निवास पट्टी में आयोजित हुआ हिंदी उत्सव कार्यक्रम जिस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्कृत प्रवक्ता डॉ0 प्रेम शंकर द्विवेदी "भाष्कर"मछ्ली शहर और अध्यक्षता हिंदी विभागाध्यक्ष पी जी डिग्री कालेज पट्टी डॉ0 मिथिलेश त्रिपाठी जी, विशिष्ट अतिथि और संचालन गीतकार डॉ0 अशोक अग्रहरि प्रतापगढ़ी ने किया, हिंदी पखवारे के तहत कवि जयराम पाण्डेय राही जी के संयोजन में हिंदी उत्सव का आयोजन सफलतापूर्वक मनाया गया,
वाणी वंदना कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और कुशल संचालन कर रहे सुप्रसिद्ध गीतकार डॉ0 अशोक अग्रहरि प्रतापगढ़ी जी ने की,हिंदी की महत्ता को उजागर करते हुए अपनी माटी और गांव गिराव की अवधी में भौतिक चकाचौंध से उपजे कुसंस्कार और विसंगति पर एक समसामयिक रचना से कार्यक्रम को उंचाई प्रदान की ,जिसको वहां मौजूद सभी लोगों ने काफी सराहा
"छीज गवा रिश्ता सब कीड़ा पड़ा मिठाई मा बाटै बड़ी बुराई अब तो न,
खुद का चर्चा अईसे भारी,ऊपर से मोबाइल लेहे अपाची पल्सर गाड़ी झाड़ै सब स्टाइल चुक गा वेतन आधा कपड़ा की धुलाई मा,
बाटै बड़ी बुराई अब तो न"
गांव से पत्नी की पाती सरहद पर तैनात जवान के नाम रचना भी संयोजक जयराम पाण्डेय जी की काफी मार्मिक रही
कार्यक्रम में सुल्तानपुर से आये कवि राजेंद्र प्रसाद "गड़बड़"प्रकाश प्रियतम जौनपुर, हमदम प्रतापगढ़ी,शिवा पाण्डेय, शैलेश पाण्डेय, राहुल पाण्डेय, राजेश्वरी प्रसाद खरे,पप्पू गुप्ता इत्यादि कवियों ने अपनी अपनी रचनाओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया और उपस्थित लोगों से काफी वाहवाही बटोरी, समापन के पहले संयोजक जयराम पाण्डेय राही जी तथा पी जी डिग्री कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ0 मिथिलेश त्रिपाठी जी द्वारा गीतकार डॉ0 अशोक अग्रहरि प्रतापगढ़ी जी का माल्यार्पण कर एवं राधा कृष्ण जी की प्रतिमा, स्वर कुंज पुस्तक भेंट कर और शाल ओढ़ाकर विधिवत सारस्वत सम्मान किया गया।जहां पर उपस्थित सभी श्रोताओं ने भी सभी कवियों की काफी प्रशंसा की।
वाणी वंदना कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और कुशल संचालन कर रहे सुप्रसिद्ध गीतकार डॉ0 अशोक अग्रहरि प्रतापगढ़ी जी ने की,हिंदी की महत्ता को उजागर करते हुए अपनी माटी और गांव गिराव की अवधी में भौतिक चकाचौंध से उपजे कुसंस्कार और विसंगति पर एक समसामयिक रचना से कार्यक्रम को उंचाई प्रदान की ,जिसको वहां मौजूद सभी लोगों ने काफी सराहा
"छीज गवा रिश्ता सब कीड़ा पड़ा मिठाई मा बाटै बड़ी बुराई अब तो न,
खुद का चर्चा अईसे भारी,ऊपर से मोबाइल लेहे अपाची पल्सर गाड़ी झाड़ै सब स्टाइल चुक गा वेतन आधा कपड़ा की धुलाई मा,
बाटै बड़ी बुराई अब तो न"
गांव से पत्नी की पाती सरहद पर तैनात जवान के नाम रचना भी संयोजक जयराम पाण्डेय जी की काफी मार्मिक रही
कार्यक्रम में सुल्तानपुर से आये कवि राजेंद्र प्रसाद "गड़बड़"प्रकाश प्रियतम जौनपुर, हमदम प्रतापगढ़ी,शिवा पाण्डेय, शैलेश पाण्डेय, राहुल पाण्डेय, राजेश्वरी प्रसाद खरे,पप्पू गुप्ता इत्यादि कवियों ने अपनी अपनी रचनाओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया और उपस्थित लोगों से काफी वाहवाही बटोरी, समापन के पहले संयोजक जयराम पाण्डेय राही जी तथा पी जी डिग्री कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ0 मिथिलेश त्रिपाठी जी द्वारा गीतकार डॉ0 अशोक अग्रहरि प्रतापगढ़ी जी का माल्यार्पण कर एवं राधा कृष्ण जी की प्रतिमा, स्वर कुंज पुस्तक भेंट कर और शाल ओढ़ाकर विधिवत सारस्वत सम्मान किया गया।जहां पर उपस्थित सभी श्रोताओं ने भी सभी कवियों की काफी प्रशंसा की।