अयोध्या में राम मंदिर पर जल्दी फैसला आने वाला है इसे देखते हुए भव्य राम मंदिर बनाने की तैयारी भी जोरों पर हैं। अयोध्या का राम मंदिर राजस्थान के बयाना के पहाड़ी के पत्थरों से तैयार किया जा रहा है। 30 सालों से यहां पर काम चल रहा है मगर अब राम मंदिर बनने की उम्मीद लोगों में जगी है तो यहां पर तैयारियां भी तेज हो गईं हैं।
भरतपुर के बंसीपुर की । यहां के खानों में सफेद और लाल रंग के पत्थर निकलते हैं जिस को तराश कर राम मंदिर का रूप दिया गया है। करीब 30 साल पहले विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल और आचार्य गिरिराज किशोर ने यहां पर आकर पत्थरों का चुनाव किया था। तब से यहां के आसपास की खानों में खुदाई कर पत्थर निकाले जा रहे हैं।
राम मंदिर के लिए जिस साइज का खंभा पिलर या कंगूरे राम मंदिर के लिए बनने हैं उसी साइज का ब्लॉक यहां से काटकर तराशा गया है इसके लिए सिरोही जिले के पिंडवाड़ा और बयाना के कई इलाकों में कार्यशाला बनाई गईं हैं। जहां पर मजदूर काम करते हैं। पिछले कुछ दिनों से यहां पर काम बिल्कुल बंद हो गया था। लोगों ने राम मंदिर बनने की उम्मीद छोड़ दी थी।
भरतपुर के बंसीपुर की । यहां के खानों में सफेद और लाल रंग के पत्थर निकलते हैं जिस को तराश कर राम मंदिर का रूप दिया गया है। करीब 30 साल पहले विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल और आचार्य गिरिराज किशोर ने यहां पर आकर पत्थरों का चुनाव किया था। तब से यहां के आसपास की खानों में खुदाई कर पत्थर निकाले जा रहे हैं।
राम मंदिर के लिए जिस साइज का खंभा पिलर या कंगूरे राम मंदिर के लिए बनने हैं उसी साइज का ब्लॉक यहां से काटकर तराशा गया है इसके लिए सिरोही जिले के पिंडवाड़ा और बयाना के कई इलाकों में कार्यशाला बनाई गईं हैं। जहां पर मजदूर काम करते हैं। पिछले कुछ दिनों से यहां पर काम बिल्कुल बंद हो गया था। लोगों ने राम मंदिर बनने की उम्मीद छोड़ दी थी।