भिलाई।जानलेवा चंद्रा-मौर्या अंडरब्रिज अब और खतरनाक होता जा रहा। थोड़ी ही बारिश से जलभराव सिस्टम के मुंह पर तमाचा जड़ता है। कई सालों से इसी तरह के हालात निर्मित हो रहे हैं। पानी निकालने की कोशिश तो होती है, मगर स्थायी व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई है।
ट्विनसिटी में शुक्रवार दोपहर घंटेभर झमाझम बारिश ने राहत तो दिलाई मगर सिस्टम के निकम्मेपन से आफत भी लेकर आई। भिलाई के चंद्रा-मौर्या अंडरब्रिज में लबालब पानी भर गया था। एक कार अंडरब्रिज पार करते समय बीच में ही बंद हो गई।
ऐसे में ड्राइवर ने जोखिम भांपकर दरवाजा खोलकर कार की छत पर बैठा रहा। आसपास के लोगों की मदद से वह बाहर निकल पाया। ठीक इसी तरह का नजारा दुर्ग शहर में भी देखने को मिला। दुर्ग के निचली बस्तियां बारिश से जलमग्न हो गईं।
चंद्रा-मौर्या अंडरब्रिज बारिश में जानलेवा हो जाता है। आज ही इसकी बानगी दिखी। इस अंडरब्रिज में भिलाई निगम की तमाम इंजीनियरिंग फेल हो रही है। अंडरब्रिज में पानी न भरे इसके लिए 25 लाख रुपये खर्च कर दिए गए, पर असर तनिक भी नहीं हुआ। घंटे दो घंटे की बारिश में यह अंडरब्रिज तालाब बन जाता है।
घंटेभर तक फंसा रहा कार चालक
रायपुर निवासी एक कार चालक को अंडरब्रिज में भरे पानी का अंदाजा नहीं था। उसने कार दौड़ा दी। अंडरब्रिज के बीच में जाकर कार बंद हो गई। युवक ने किसी तरह कार का दरवाजा तो खोल लिया, पर वह कार की छत पर जाकर बैठ गया। युवक को देखने मौके पर खासी भीड़ जुट गई। पुलिस भी पहुंच गई, पर सब खड़े तमाशा देखते रहे। युवक की मदद के लिए कोई भी नहीं गया। काफी देर बाद एक स्थानीय युवक ने हिम्मत की। वह तैर कर कार चालक के पास पहुंचा। तब कहीं जाकर कार चालक तैरते हुए बाहर निकला।
हो चुकी है मौत
चार साल पूर्व अगस्त महीने में दो दिन से घर से लापता कैंप निवासी एक युवती की इस अंडरब्रिज में लाश मिली थी। युवती सेक्टर-1 स्थित ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। शाम जब वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने गुम इंसान का मामला दर्ज कराया था। दो दिन बाद अंडरब्रिज के पानी में युवती की लाश मिली थी। मामला बेहद संगीन था, पर काफी जांच के बाद जब कुछ नहीं मिला तब फाइल बंद कर दी गई।
इन कोशिशों का नहीं हुआ कोई असर
0 अंडरब्रिज में पानी न भरे इसके लिए भिलाई निगम ने 25 लाख रुपये का प्लान बनाया था। सेक्टर की तरफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया। ताकि अंडरब्रिज का पानी इस सिस्टम से होते हुए नाले में बह जाए। पर यह सिस्टम भी फेल हो गया।
0 सिस्टम फेल होने के बाद पानी को मोटर लगाकर खाली करना पड़ता है। यह कार्य भी ठीक से नहीं होने से अंडरब्रिज जलमग्न ही रहता है।
0 मामले को भिलाई निगम व रेलवे के इंजीनियरों ने गंभीरता से नहीं लिया।