भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर हर कोई अटकलें लगा रहा है। विश्व क्रिकेट के सबसे सम्माति कप्तान, कुशल रणनीतिकार और चालाक विकेटकीपर में शुमार महेंद्र सिंह धोनी गत जुलाई में 38 साल के हो गए हैं।
एमएस धोनी ने आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल के बाद से भारतीय टीम के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। हालांकि माना जा रहा है कि धोनी अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप तक संन्यास नहीं लेंगे और इस साल दिसंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में टीम में वापसी करेंगे।
भारतीय बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के विकल्प के तौर पर फिलहाल ऋषभ पंत विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हालांकि अपने लापरवाह अंदाज को लेकर पंत आलोचकों के निशाने पर हैं। अब टीम इंडिया के एक और विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने धोनी के संन्यास की अटकलों पर बड़ा बयान दिया है।
पार्थिव पटेल फिलहाल विजय हजारे ट्रॉफी में गुजरात की टीम की कप्तानी कर रहे हैं। उनकी टीम इस टूर्नामेंट में लगातार दो मुकाबले जीत चुकी है। इनमें से एक मैच में उन्होंने 90 रनों की अहम पारी खेली।
पार्थिव पटेल ने कहा कि धोनी का विकल्प तलाशना बिल्कुल भी आसान नहीं है और न ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय तक उनके जैसा प्रदर्शन करना ही आसान है। पार्थिव के अनुसार, जब आप टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं तो आपको 27 विकेटकीपरों से जंग लड़नी पड़ती है जो आसान बात नहीं है।
एमएस धोनी ने आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल के बाद से भारतीय टीम के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। हालांकि माना जा रहा है कि धोनी अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप तक संन्यास नहीं लेंगे और इस साल दिसंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में टीम में वापसी करेंगे।
भारतीय बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के विकल्प के तौर पर फिलहाल ऋषभ पंत विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हालांकि अपने लापरवाह अंदाज को लेकर पंत आलोचकों के निशाने पर हैं। अब टीम इंडिया के एक और विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने धोनी के संन्यास की अटकलों पर बड़ा बयान दिया है।
पार्थिव पटेल फिलहाल विजय हजारे ट्रॉफी में गुजरात की टीम की कप्तानी कर रहे हैं। उनकी टीम इस टूर्नामेंट में लगातार दो मुकाबले जीत चुकी है। इनमें से एक मैच में उन्होंने 90 रनों की अहम पारी खेली।
पार्थिव पटेल ने कहा कि धोनी का विकल्प तलाशना बिल्कुल भी आसान नहीं है और न ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय तक उनके जैसा प्रदर्शन करना ही आसान है। पार्थिव के अनुसार, जब आप टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं तो आपको 27 विकेटकीपरों से जंग लड़नी पड़ती है जो आसान बात नहीं है।