महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गुरुवार या शुक्रवार को दोबारा राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं। भाजपा को उम्मीद है कि उसकी गठबंधन सहयोग शिवसेना उसके ऊपर 50-50 के फॉर्मूले को लेकर कोई दबाव नहीं बनाएगी। दरअसल शिवसेना भाजपा से लिखित में सत्ता का बराबर बंटवारा और ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का पद चाहती है। भाजपा इसके लिए तैयार नहीं है जिसे लेकर दोनों पार्टियों के बीच एकराय नहीं बन पा रही है।
भाजपा सूत्रों को उम्मीद है कि शिवसेना सरकार गठन में उसका साथ देगी बेशक दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है। शिवसेना का साफ कहना है कि यदि उसकी मांगे पूरी नहीं होंगी तो वह अन्य विकल्पों पर विचार करने के बारे में सोच सकती है। इसके बावजूद भाजपा को लगता है कि शिवसेना उसके साथ आएगी क्योंकि दोनों ही पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत नहीं है।
भाजपा सूत्रों को उम्मीद है कि शिवसेना सरकार गठन में उसका साथ देगी बेशक दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है। शिवसेना का साफ कहना है कि यदि उसकी मांगे पूरी नहीं होंगी तो वह अन्य विकल्पों पर विचार करने के बारे में सोच सकती है। इसके बावजूद भाजपा को लगता है कि शिवसेना उसके साथ आएगी क्योंकि दोनों ही पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत नहीं है।