राजधानी की सीट से भाजपा सांसद एवं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जान से मारने की धमकी भरा पत्र और संदिग्ध पॉउडर भेजे जाने के मामले की केस डायरी भोपाल पुलिस ने एटीएस को सौंप दी है। इस मामले की जांच अब एटीएस करेंगी। मामले को लेकर बताया जा रहा है कि शनिवार को महाराष्ट्र के नांदेड़ से सैयद अब्दुल रहमान को हिरासत में लिया गया है, लेकिन एटीएस द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की। सांसद प्रज्ञा ठाकुर को महाराष्ट्र के खड़की जिला पुणे से 13 जनवरी को स्वामी रामचंद्र अय्यर के नाम से पोस्ट किया गया एक पत्र मिला था। इसमें उर्दू भाषा में धमकी दी गई थी तथा एक संदिग्ध पॉउडर की पुड़िया भी मिली थी। इस पत्र में उर्दू भाषा में आंसर उल मुसलम्मीन संगठन जिंदाबाद के नारे के साथ 26/11 और पुलवामा जैसे कई हमलों की धमकी भी दी गई थी। इस मामले की छह दिन तक भोपाल पुलिस ने जांच की थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित सांसद प्रज्ञा ठाकुर को जान से मारने की धमकी से जुड़ा मामला होने से इसकी जांच एटीएस से कराए जाने का फैसला हुआ।
सूत्र बताते हैं कि एटीएस ने शनिवार शाम को भोपाल पुलिस से मिली केस डायरी के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। एटीएस द्वारा जांच के लिए टीम बनाई जा रही है। हालांकि प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार व सांसद का मामला होने की वजह से एटीएस द्वारा पहले दिन से ही प्रकरण पर नजर रखी जा रही थी। भोपाल पुलिस के साथ एटीएस का लगातार संपर्क था और सूचनाओं का आदान-प्रदान हो रहा था। अब एटीएस द्वारा स्वतंत्र रूप से एफआईआर दर्ज कर लिए जाने के बाद प्रकरण से जुड़े सूत्रों को जोड़कर तेजी से जांच शुरू की गई है। बताया जाता है कि इस मामले में महाराष्ट्र के नांदेड़ से एक संदिग्ध व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। इसका नाम सैयद अब्दुल रहमान बताया जा रहा है। इस बारे में जब एटीएस एडीजी राजेश गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने प्रकरण में फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी से इनकार किया है। सूत्र बताते हैं कि अभी तक की जांच में यह जरूर सामने आया है कि प्रकरण के तार महाराष्ट्र से जुड़े हो सकते हैं। इसके पीछे धमकी भरे पत्र पर पुणे का पता होना बताया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि एटीएस ने शनिवार शाम को भोपाल पुलिस से मिली केस डायरी के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। एटीएस द्वारा जांच के लिए टीम बनाई जा रही है। हालांकि प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार व सांसद का मामला होने की वजह से एटीएस द्वारा पहले दिन से ही प्रकरण पर नजर रखी जा रही थी। भोपाल पुलिस के साथ एटीएस का लगातार संपर्क था और सूचनाओं का आदान-प्रदान हो रहा था। अब एटीएस द्वारा स्वतंत्र रूप से एफआईआर दर्ज कर लिए जाने के बाद प्रकरण से जुड़े सूत्रों को जोड़कर तेजी से जांच शुरू की गई है। बताया जाता है कि इस मामले में महाराष्ट्र के नांदेड़ से एक संदिग्ध व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। इसका नाम सैयद अब्दुल रहमान बताया जा रहा है। इस बारे में जब एटीएस एडीजी राजेश गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने प्रकरण में फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी से इनकार किया है। सूत्र बताते हैं कि अभी तक की जांच में यह जरूर सामने आया है कि प्रकरण के तार महाराष्ट्र से जुड़े हो सकते हैं। इसके पीछे धमकी भरे पत्र पर पुणे का पता होना बताया जा रहा है।