अपराधिक मामले में सजा मिलने के बाद अपने विधायक प्रहलाद लोधी को लेकर हुए घटनाक्रम से सबक लेते हुए अब भाजपा संगठन अपने विधायकों पर दर्ज प्रकरणों की पूरी जानकारी जुटा रही है। यही नहीं इन प्रकरणों पर कानूनी सलाह भी ली जाएगी। कानूनी सलाह के लिए पार्टी मप्र हाईकोर्ट या फिर भोपाल जिला न्यायालय को पेशेवर वकील की सहायता ले सकती है। लीगल एडवाइजर भाजपा के आपराधिक प्रकरणों का सामना कर रहे विधायकों की पूरी रिपोर्ट तैयार कर मदद के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी देगें। प्रारंभिक तौर पर पार्टी एक और जरुरत पडऩे पर इनकी संख्या दो भी की जा सकती है। इस संबंध में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और मप्र भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने काम शुरु कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने विधायकों से प्रकरणों की जानकारी भी पहले ही बुला चुके हैं।
इसलिए पड़ी जरुरत
पार्टी में अनेक विधायक ऐसे हैं, जो या तो कम पढ़े-लिखे है, उनहें प्रकरणों की सही जानकारी तक नहीं है। इसके अलावा अनेक विधायक ऐसे हैं, जो अपने प्रकरणों के मामलेें में किसी भी बड़े वकील के माध्मय से उच्च स्तर पर परामर्श लेने में सक्षम नहीं है। कुछ विधायकों को अपने प्रकरणों की गंभीरता का अंदाजा तक नहीं है। ऐसे में सभी मामले की वर्तमान स्थिति और संभावित कार्रवाई के साथ ही बचाव के बारे में उपाय की पूरी रिपोर्ट पार्टी के पास होगी। जिससे पार्टी अपने विधायक को उस पर चल रहे आपराधिक प्रकरण में बचाने की पूरी कोशिश लीगत स्तर पर कर सकेगी।
इन विधायकों पर चल रहे प्रकरण
टीकमगढ़ से विधायक राकेश गिरी पर 4 प्रकरण, ब्रजेन्द्र रघुवंशी कोलारस एवं इंदौर-3 के विधायक आकाश विजयवर्गीय पर दो प्रकरण, विधायक कमल पटेल, इंदर सिंह परमार, प्रदीप लारिया, शैलेन्द्र जैन, हरिशंकर खटीक, जुगलकिशोर बागरी, विक्रम ङ्क्षसह विक्की, केपी त्रिपाठी, प्रदीप कुमार पटेल, संजय पाठक, प्रणय पांडेय, गौरीशंकर बिसेन, दिनेश राय मुनमुन, प्रेमशंकर वर्मा, रामेश्वर शर्मा, ऊषा ठाकुर, पारस जैन मोहन आदि पर भी प्रकरण दर्ज हैं।
इसलिए पड़ी जरुरत
पार्टी में अनेक विधायक ऐसे हैं, जो या तो कम पढ़े-लिखे है, उनहें प्रकरणों की सही जानकारी तक नहीं है। इसके अलावा अनेक विधायक ऐसे हैं, जो अपने प्रकरणों के मामलेें में किसी भी बड़े वकील के माध्मय से उच्च स्तर पर परामर्श लेने में सक्षम नहीं है। कुछ विधायकों को अपने प्रकरणों की गंभीरता का अंदाजा तक नहीं है। ऐसे में सभी मामले की वर्तमान स्थिति और संभावित कार्रवाई के साथ ही बचाव के बारे में उपाय की पूरी रिपोर्ट पार्टी के पास होगी। जिससे पार्टी अपने विधायक को उस पर चल रहे आपराधिक प्रकरण में बचाने की पूरी कोशिश लीगत स्तर पर कर सकेगी।
इन विधायकों पर चल रहे प्रकरण
टीकमगढ़ से विधायक राकेश गिरी पर 4 प्रकरण, ब्रजेन्द्र रघुवंशी कोलारस एवं इंदौर-3 के विधायक आकाश विजयवर्गीय पर दो प्रकरण, विधायक कमल पटेल, इंदर सिंह परमार, प्रदीप लारिया, शैलेन्द्र जैन, हरिशंकर खटीक, जुगलकिशोर बागरी, विक्रम ङ्क्षसह विक्की, केपी त्रिपाठी, प्रदीप कुमार पटेल, संजय पाठक, प्रणय पांडेय, गौरीशंकर बिसेन, दिनेश राय मुनमुन, प्रेमशंकर वर्मा, रामेश्वर शर्मा, ऊषा ठाकुर, पारस जैन मोहन आदि पर भी प्रकरण दर्ज हैं।