उत्तर भारत में हुई बर्फबारी और बारिश के बाद वहां जनजीवन प्रभावित रहा। इसके बाद अब वहां मौसम ठीक है लेकिन मध्य भारत में मौसम बिगड़ने के आसार हैं। मौसम के जानकारों का पूर्वानुमान कहता है कि अगले 24 से 48 घंटों के भीतर अभी कई शहरों में आंधी और बारिश की आशंका है। जानिये कहां मौसम का क्या हाल रहेगा।
- मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में अगले 48 घंटों में मौसम खराब हो सकता है। मौसम के मॉडल के अनुसार इन राज्यों के पूर्वी और मध्य भागों में गरज व चमक के साथ बारिश हो सकती है।
- महाराष्ट्र में मौसम करवट ले सकता है। यहां विदर्भ और आसपास के मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। प्रदेश के नागपुर, नाशिक, गढ़चिरोली, यवतमाल, बीड और नांदेड़ जैसे शहर इस बारिश से मुख्य रूप से प्रभावित होंगे।
- महाराष्ट्र के उत्तरी भागों में तापमान अगले 24 घंटों तक बढ़ने के आसार हैं। इसके साथ ही ज्यादातर हिस्सों में आसमान में बादल छाए रहेंगे। यहां मुंबई में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है।
- 5 फरवरी तक ठंडी उत्तर पश्चिमी हवाएं एक बार फिर पूरे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को प्रभावित कर सकती हैं। हालांकि इससे इन राज्यों में मौसम साफ हो जाएगा।
- पूर्वोत्तर में भी इस दौरान आंधी और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। अनुमान है कि असम, मेघालय, नगालैंड में तेज बारिश होगी, जबकि दूसरी तरफ मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश तो होगी लेकिन इसकी तीव्रता कम रहेगी।
2 से 3 डिग्री गिरेगा तापमान, बढ़ेगी ठंड
मध्य भारत में confluence zone बनने के कारण ठंड बढ़ेगी। यहां तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है। 3 फरवरी से ये हालात बनने की संभावना है।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में इसलिए बदलेगा मौसम
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस बेमौसम बारिश का कारण पूर्वी एक कोन्फ़्लुएन्स जोन को माना जा सकता है। इसके अलावा देखा जाए तो बंगाल की खाड़ी में चल रही दक्षिण-पूर्वी आर्द्र हवाएँ उत्तर पश्चिमी से मिलेंगी, जिसके चलते दोनों क्षेत्रों में बारिश बढ़ जाएंगी। इस दौरान छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश की संभावना है।
4 फरवरी तक रहेगा क्रम जारी
स्काइमेट के विशेषज्ञों का कहना है कि यह मौसम की गतिविधियां 4 फरवरी तक जारी रहेंगी। इस दौरान मध्य प्रदेश के पूर्वी भागों की तुलना में छत्तीसगढ़ में बारिश की तीव्रता अधिक दर्ज की जाएगी।