टीकमगढ़ में अपनी मांगों के समर्थन में अंदोलन कर रहे अतिथि शिक्षकों को पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा साथ मिला है। कुडीला में आयोजित कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साफ कहा कि अगर मेनिफेस्टो में किया गया यह वादा पूरा न हुआ, तो आपके साथ सड़कों पर हम उतरेंगे। बारी हमारी आएगी, चिंता मत करो। अगर बारी नहीं आई, तो आपका ढाल मैं बनूंगा और तलवार भी। इस बयान के बाद अतिथि शिक्षकों के हौसले बुलंद हो गए हैं। कुड़ीला गांव में गुरुवार को संत रविदास प्राकट्योत्सव समारोह में शामिल होने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभूराम चौधरी भी पहुंचे थे। उनका भाषण शुरू होते ही वहां मौजूद अतिथि शिक्षक, मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। वे नियमितिकरण को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं।
जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने माइक संभाला तो सभी का स्वागत करते हुए मंच से ही अतिथि शिक्षकों से ही बातचीत शुरू कर बोले, मेरे अतिथि शिक्षकों को मैं कहना चाहता हूं, आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले सुनी थी। यह विश्वास दिलाता हूं, आपकी मांग जो हमारी सरकार के मेनिफेस्टो में अंकित है और मेनिफेस्टो ग्रंथ होता है। अगर मेनिफेस्टो पर वादा पूरा न हुआ, तो आपके साथ सड़कों पर हम उतरेंगे। उन्होंने कहा कि बारी हमारी आएगी, चिंता मत करो। अगर बारी नहीं आई, तो आपका ढाल मैं बनूंगा और तलवार भी।
कांग्रेस के वचन पत्र को लेकर पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर मंत्री इमरती देवी ने कहा कि हम सरकार के साथ हैं और सिंधिया जी भी सरकार के साथ हैं। मीडिया से चर्चा से पहले मंत्री ने पुलवामा के शहीदों को एक मिनट मौन रख कर दी श्रद्धांजलि दी।
जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने माइक संभाला तो सभी का स्वागत करते हुए मंच से ही अतिथि शिक्षकों से ही बातचीत शुरू कर बोले, मेरे अतिथि शिक्षकों को मैं कहना चाहता हूं, आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले सुनी थी। यह विश्वास दिलाता हूं, आपकी मांग जो हमारी सरकार के मेनिफेस्टो में अंकित है और मेनिफेस्टो ग्रंथ होता है। अगर मेनिफेस्टो पर वादा पूरा न हुआ, तो आपके साथ सड़कों पर हम उतरेंगे। उन्होंने कहा कि बारी हमारी आएगी, चिंता मत करो। अगर बारी नहीं आई, तो आपका ढाल मैं बनूंगा और तलवार भी।
कांग्रेस के वचन पत्र को लेकर पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर मंत्री इमरती देवी ने कहा कि हम सरकार के साथ हैं और सिंधिया जी भी सरकार के साथ हैं। मीडिया से चर्चा से पहले मंत्री ने पुलवामा के शहीदों को एक मिनट मौन रख कर दी श्रद्धांजलि दी।