दरअसल, कोरोना काल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया था कि किसी भी बैंक में बचत खाते Saving Account में औसत न्यूनतम बैलेंस (Average Minimum Balance) की अनिवार्यता नहीं होगी। यह आदेश अप्रेल से जून महीने तक के लिए था। ऐसे में खाते में मिनिमम बैलेंस ना होने पर भी लोगों को किसी तरह का जुर्माना नहीं चुकाना था। लेकिन अब 30 जून को इस फैसले की मियाद खत्म होने वाली है और इसका सीधा असर आप पर होने वाला है।
दरअसल, अलग-अलग बैंक में आपके बचत खाते में मिनिमम बैलेंस के नियम हैं और उससे कम राशि होने पर ग्राहकों को जुर्माना अदा करना पड़ता है। इस चिंता से मिली छूट की सीमा 30 जून को खत्म हो रही है और अब तक इसे आगे बढ़ाने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि, इन सब में देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया SBI ने कहा था कि बचत खाते में मिनिमम बैलेंस की बाध्यता खत्म कर रहा है और अब तय राशि से कम बैलेंस होने पर चार्ज नहीं लगेगा।
SBI ने 11 मार्च को ही इस बाबत ऐलान कर दिया था। इससे पहले तक मेट्रो शहरों में SBI Saving Account में न्यूनतम 3,000 रुपए रखना अनिवार्य था। इसी प्रकार अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह रकम 2,000 रुपए और 1,000 रुपए थी। मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर एसबीआई ग्राहकों से 5-15 रुपए प्लस टैक्स वसूलती थी।
वहीं ATM से पैसे निकालने के मामले में भी राहत मिली हुई थी और तय सीमा से ज्यादा बार पैसे निकालने पर भी किसी तरह का चार्ज नहीं वसूला जा रहा था।