भोपाल।यह खबर 10वीं व 12वीं के छात्र व् छात्राओं के लिए बहुत ही काम की खबर है,पुराने पैटर्न के साथ साथ इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल एमपी बोर्ड ने 10वीं व 12वीं की उत्तर पुस्तिकाएं उसी जिले में जांचने का फैसला लिया है।जिससे रिजल्ट भी जल्दी ही जारी किया जा सकेगा।
देखा जाए तो कोरोना के चलते 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं अप्रेल के आखिरी हफ्ते में शुरू होंगी,इसके लिए प्रश्न बैंक,प्रायोगिक परीक्षा की तारीख जारी कर दी गयी है।इस बार दो पालियों में परीक्षा होंगी पहेली पाली 30 अप्रेल से 15 मई तक और दूसरी पाली 1 से 15 जुलाई तक होंगी इस बार कोरोना को देखते हुए ऑनलाइन परीक्षा और ऑफलाइन परीक्षा दोनों ऑप्शन रखे गए है।
एमपी बोर्ड द्वारा ब्लू प्रिंट पेपर में भी बदलाव किया गया उसके बाद अब जिले में ही बोर्ड परीक्षा की कॉपियां जांचने का फैसला लिया है।जिससे निकाय चुनाव का असर रिजल्ट पर न पड़े और जून से पहले ही रिजल्ट घोषित किया जा सके।जैसे ही एक पेपर होगा उसके दूसरे दिन ही उस विषय की कॉपियां जांचना शुरू कर दी जायँगी।साथ ही एक एक विषय का रिजल्ट समन्वयक केन्द्रो से बोर्ड को ऑनलाइन भेज दिया जायेगा।जिससे विषयवार रिजल्ट भी माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट पर दिखने लगेगा।जिससे दो फायदे है,एक तो स्टूडेंटों को रिजल्ट का ज्यादा इन्तजार नहीं करना पड़ेगा और दूसरा काम नंबर आने पर स्टूडेंट अपनी उत्तर पुस्तिका की पुनः जांच भी करा सकेंगे।अगर स्टूडेंट अपनी उत्तर पुस्तिका पुनः जांच करते है तो उसके लिए पहले सप्ताह में 100रु फीस लगेगी और उसके बाद 50रु और इसके बाद कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।अभी तक बोर्ड के विधार्थियों को पुनः जाँच के लिए आवेदन करना पड़ता था लेकिन अब दोनों के लिए आवेदन करने की सुविधा दी जा रही है।
इसके अलावा अब बोर्ड के विधार्थियों को विशिष्ट विषय चयन करने की बाध्यता भी नहीं होगी,क्यूंकि एमपी बोर्ड ने विशिष्ट भाषा की अनिवार्यता समाप्त कर दी है।जिसके तहत अब छात्र-छात्राएं अंग्रेजी विशिष्ट के स्थान पर सामान्य अंग्रेजी एवं हिंदी विशिष्ट के स्थान पर सामान्य हिंदी विषय चुन सकते है।इतना ही नहीं प्रोफेशनल एजुकेशन लेने वाले छात्रों के लिए हिंदी व् अंग्रेजी में से एक भाषा तथा अन्य भाषाओ में से किसी एक भाषा को चुनने का विकल्प पूर्ण अनुसार ही मान्य रहेगा।